मुख्यमंत्री मायावती जी, हमारी बच्ची को इंसाफ दीजिए। जो आज हमारी बेटी के साथ हुआ वह और किसी दूसरी लड़की के साथ न हो, इसलिए बच्ची के साथ गलत काम का प्रयास करने और उस पर क्रूर हमला करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवा दीजिए, हम गरीब दलित हैं, हम मजदूर हैं, हम आपसे इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं', यह कहना है फतेहपुर की उस 16 वर्षीय बच्ची के पिता का, जिसको बलात्कार का विरोध करने पर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। वह गंभीर अवस्था में कानपुर के हैलट अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं।
फतेहपुर के बिंदकी के उरदाली गांव के मजदूर बदलू राम ने हैलट अस्पताल के आईसीयू के बाहर कहा कि हम बहुत गरीब हैं, मजदूरी करके अपना पेट पालते हैं। हमारी एक ही बेटी थी, जो बालिका इंटर कॉलेज में कक्षा 11वीं की छात्रा है। वह पढ़ाई में बहुत तेज थी, इसलिये हमने अपना पेट काटकर उसे साइकिल भी दिला दी थी और वह साइकिल से ही स्कूल जाती थी। लेकिन, पांच फरवरी को जब वह सुबह शौच के लिए अपनी सहेली छाया के साथ खेतों पर गई, तभी वहां शिव ओम नाम के लड़के और उसके कुछ साथियों ने उसे पकड़ लिया और उसके साथ रेप की कोशिश की। बेटी ने इसका विरोध किया तो उसे कुल्हाड़ी से काट डाला।
उत्तर प्रदेश में फतेहपुर जिले के बिंदकी क्षेत्र में शनिवार देर शाम को कुछ युवकों ने रोप का विरोध करने पर एक दलित नाबालिग लड़की का कुल्हाड़ी से एक हाथ, पैर और नाक, कान काट दिये थे। उसे गंभीर हालत में कानपुर के हैलट अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
लड़की के सिर, हाथ और चेहरे पर करीब एक दर्जन गहरे जख्म के निशान हैं और डॉक्टरों के अनुसार, रेप के प्रयास में नाकाम होने पर बहुत बेदर्दी से किसी धारदार हथियार से उस पर वार किए गए हैं। अस्पताल के डॉक्टर उसका इलाज करने में लगे हैं और कल शाम उसका एक बड़ा ऑपरेशन किया भी गया, जिसमें ऑर्थोपेडिक, प्लास्टिक सर्जरी और मैक्सियोफेशियल सर्जरी और डेंटल सर्जरी के डाक्टरों की टीम शामिल थी।
लड़की के पिता ने बताया कि उनकी बेटी को बहला फुसला कर उसकी सहेली छाया जंगल की तरफ ले गई, जहां शिव ओम नाम का गांव का ही लड़का अपने दो या तीन साथियों के साथ मौजूद था। लड़के ने पहले तो उसके साथ रेप का प्रयास किया, लेकिन जब वह नाकाम रहा तो उसने लड़की के ही दुपटटे से उसका मुंह बांध दिया और उसे कुल्हाड़ी से बुरी तरह काट डाला। वह कहते हैं कि इसके बाद लड़की की सहेली छाया अपने घर वापस आ गई, क्योंकि वह उस शिव ओम से पहले से मिली हुई थी।
उन्होंने रोते हुए कहा कि प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती हमारा दर्द अच्छी तरह समझ सकती हैं। बहन जी हमें इंसाफ चाहिए, जिस तरह से हमारी बेटी के साथ हुआ है वह अब और किसी लड़की के साथ न हो, इसलिये जो लोग इसके दोषी हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए। हम आपसे अपनी बेटी के लिए इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं।
लड़की की मां महादेई ने हाथ जोड़ कर रोते हुये कहा, 'हमारी इकलौती बेटी है वह, बच जाए बस मैं भगवान से यही प्रार्थना कर रही हूं। हमारी एक ही बेटी थी। हम चाहते थे कि वह पढ़ लिख जाए तो उसकी शादी करें। हम तो नहीं पढ़े-लिखे हैं, लेकिन हम अपनी बेटी को पढ़ाना चाहते थे, इसलिये उसे पढ़ा रहे थे और वह भी बहुत मन लगाकर पढ़ती थी। हर साल इम्तिहान में पास भी होती थी। बेटी के इलाज के बारे में पूछने पर बदलूराम ने कहा कि अभी तक सारा इलाज मुफ्त हुआ है और उनसे कोई भी पैसा नहीं लिया गया है, उनके खाने-पीने का इंतजाम भी अस्पताल से ही करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लड़की की हालत अब डॉक्टर ठीक बता रहे हैं।
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